भोजन में घटता पौष्टिक तत्व
भोजन में घटता पौष्टिक तत्व
भारतीय भोजन में
पौष्टिकता लगातार कम होती जा रही है| फल और सब्जिओ में भी अब पहले जैसी बात नहीं
रही| अब इसमें 30 साल पहले जैसे पोषक तत्व नहीं रहे, चाहे वो आलू, हरी सब्जियां, अनाज, दाल या फल ही क्यों न
हो इनमे कार्बोहायड्रेट और प्रोटीन में कमी आई है| नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़
न्यूट्रिशन की रिपोर्ट बताती है की बीते 30 वर्षो में मिटटी के पोषक तत्वों में कमी आई है, जिसका
असर हमारे खाने पर पड़ा है|
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ नुट्रिशन ने शोध के लिए 528 खाद्यों में मौजूद 151 पोषक तत्वों का विश्लेषण किया|
इसका पता लगाने के लिए
देश के विभिन्न राज्यों से खाद्यों के नमूने लेकर 1989 में पाए जाने वाले पोषक
तत्वों से मिलाया, तब ये पाया की पहले
पोषक तत्वा भरपूर थे और अब इनमे गिरावट आई है|
मिटटी में पोषक तत्वा की कमी का असर
मिटटी में जिंक 43%
बोरान 18.3%
आयरन 12.1%
मैग्नीशियम 5.6%
कॉपर 5.4%
दालो व् अन्य अनाजों की गुणवत्ता में कमी आई है
1. मसूर
की दाल में 10% प्रोटीन काम हुआ है 30 साल पहले की तुलना मे।
2. आलू
में आयरन बढ़ा है, परन्तु मैग्नीशियम और ज़िंक में गिरावट आई है|
3.
बाजरा में कार्बोहायड्रेट 8.5% कम हुआ है|
4.
गेहूं में कार्बोहायड्रेट 9% कम हुआ
है|
5. मूंग
की दाल में भी आयरन 6.12 % हुआ है|
6.
टमाटर में 66-73 % कमी आई है विटामिन, आयरन और
ज़िंक की मात्रा में|
7. सेब
में भी 60 %आयरन काम हुआ है|
अच्छा खाना सबको खाना चाहिए क्योंकि अगर हम सम्पूर्ण खाना खाएंगे तो बिमारियों से दूर रहेंगे। हो सके तो आर्गेनिक सब्ज़ियां खाएं जिससे आपका शरीर हष्टपुष्ट रहे और ज़िन्दगी में तरक्की करें।
अच्छा खाना सबको खाना चाहिए क्योंकि अगर हम सम्पूर्ण खाना खाएंगे तो बिमारियों से दूर रहेंगे। हो सके तो आर्गेनिक सब्ज़ियां खाएं जिससे आपका शरीर हष्टपुष्ट रहे और ज़िन्दगी में तरक्की करें।
No comments
Please Share your Valuable Comments