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धनतेरस पर क्या करना होगा शुभ और अशुभ, बन रहे हैं 5 योग

दिपावली से ठीक दो दिन पहले धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है, इस पर्व का एक खास महत्व होता है. इस दिन लोग बर्तन, सोने चॉंदी के आभूषण जैसी कई वस्तुओं की खरीदारी करते हैं.

यह दिन अत्यंत शुभकारी माना जाता है, लेकिन इस बार 17 को अक्टूबर को धनतेरस पर बन रहे पांच शुभ योग अत्यंत लाभ देने वाले रहेंगे. पांच शुभ योग उन्नीस साल बाद एक दिन में रहेंगे. धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है. इस दिन की खरीदारी चिरस्थायी रहती है.

धनतेरस को बहुत ही शुभ दिन माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन खरीदारी करना शुभ होता है और घर में शुभता लेकर आता है. इस दिन खरीदारी करने से मां लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर प्रसन्न होते हैं और धन-संपत्त‍ि प्राप्त‍ि का वरदान देते हैं.

इस बार रहेंगे ये पांच योग

1- चंद्रमा-मंगल की कन्या राशि में युति रहने पर लक्ष्मी योग निर्मित होगा.
2- सूर्य और बुध के भी इसी राशि में रहने बुधादित्य योग रहेगा.
3- रात में सूर्य के राशि परिवर्तन करने से तुला संक्रांति योग रहेगा.
4- इस दिन सूर्योदय से सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा
5- शाम को प्रदोष रहेगा. शाम को पूजा करने से सभी दोष दूर होते हैं.

वैसे तो कहते हैं कि धनतेरस का दिन इतना शुभ होता है कि इस दिन अगर कोई व्यक्त‍ि पूरे दिन में कभी भी खरीदारी करे तो वह अच्छा ही होगा. हर धनतेरस पर खरीदारी करने का शुभ समय होता है, जिसमें खरीदारी करने पर ज्यादा फल की प्राप्त‍ि होती है.

लेकिन धनतेरस के दिन अगर आपका मूड पूरे दिन खरीदारी करने का है तो अपना ख्याल चेंज कर लें. क्योंकि, सायं 03.00 से 04.30 के बीच पूजन और खरीदारी का शुभ मुहूर्त नहीं है. इस बीच खरीदारी या पूजन ना करें. ऐसा करना अशुभ होगा.

धनतेरस से दिवाली तक लक्ष्मी और माया मंत्र का जाप उत्तम फल प्रदान करता है. उसके पश्चात संभव हो, तो यह जप नित्य दोहराते रहें. परंपराएं इसे आर्थिक संकोच मिटाने वाला मानती हैं.

धनतेरस के दिन पांच गोमती चक्र पर केसर और चंदन से ‘श्री ह्रीं श्री’ लिखकर लक्ष्मी पूजन में उन्हें शामिल करके उनके समक्ष लक्ष्मी मंत्रों का यथाशक्ति अधिक संख्या में जाप करें. तत्पश्चात उन्हें धन के साथ रखें.

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